Alvida Mahe Ramzan Lyrics in Hindi

Alvida Mahe Ramzan Lyrics in Hindi​ | Emotional & Sad Naat Lyrics

I have written the Alvida Mahe Ramzan lyrics in Hindi for Indian Muslims, as well as for Muslims in Hindi speaking countries and those in Muslim countries where Hindi is spoken.

I have written Alvida Alvida Mahe Ramzan Naat lyrics in Urdu and Roman Urdu. If you want, you can read it in Urdu as well. But it is written in Urdu for those who cannot read Hindi.

Alvida Mahe Ramzan Lyrics in Hindi

क़लब आशिक़ है अब पारा पारा
क़लब आशिक़ है अब पारा पारा
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

कुल्फ़त-ए-हिज्र ओ फ़ुर्क़त ने मारा
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

तेरे आने से दिल ख़ुश हुआ था
और ज़ौक़-ए-इबादत बढ़ा था
तेरे आने से दिल ख़ुश हुआ था
और ज़ौक़-ए-इबादत बढ़ा था

आह! अब दिल पर है ग़म का ग़लबा
आह! अब दिल पर है ग़म का ग़लबा
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

मस्जिदों में बहार आ गई थी
जौक़ दर जौक़ आते नमाज़ी
हो गया कम नमाज़ों का जज़्बा
हो गया कम नमाज़ों का जज़्बा
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

तेरे दीवाने अब रो रहे हैं
तेरे दीवाने अब रो रहे हैं
मुज़्तरिब सब के सब हो रहे हैं
तेरे दीवाने अब रो रहे हैं
मुज़्तरिब सब के सब हो रहे हैं

हाय वक़्त, हाय अब वक़्त रुख़्सत है, ऐ अल्लाह
आह! वक़्त, हाय अब वक़्त रुख़्सत है, ऐ अल्लाह
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

याद-ए-रमज़ान की तड़पा रही है
याद-ए-रमज़ान की तड़पा रही है
आँसुओं की झड़ी लग गई है
आँसुओं की झड़ी लग गई है
कह रहा है ये हर एक क़तरा

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

दिल के टुकड़े हुए जा रहे हैं
तेरे आशिक़ मरे जा रहे हैं
दिल के टुकड़े हुए जा रहे हैं
तेरे आशिक़ मरे जा रहे हैं
रो रो के कहता है हर इक बेचारा

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

और नेकियाँ कुछ न हम कर सके हैं
नेकियाँ कुछ न हम कर सके हैं
आह! असियाँ में ही दिन कटे हैं
हाय ग़फ़लत में तुझ को गुज़ारा
हाय ग़फ़लत में तुझ को गुज़ारा

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

और वास्ता तुझ को मीठे नबी का
हश्र में हम को मत भूल जाना
रोज़-ए-महشر हमें बख़्शवाना
रोज़-ए-महशर हमें बख़्शवाना

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

और जब गुज़र जाएंगे माहे ग्यारह
और जब गुज़र जाएंगे माहे ग्यारह
तेरी आमद का फिर शोर होगा
तेरी आमद का फिर शोर होगा
क्या मेरी ज़िंदगी का भरोसा
क्या मेरी ज़िंदगी का भरोसा

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

और कुछ न हुस्न-ए-अमल कर सका हूँ
और कुछ न हुस्न-ए-अमल कर सका हूँ
नज़र चंद अश्क में कर रहा हूँ
बस यही है मेरा कुल असासा

अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान
अलविदा अलविदा माहे रमज़ान

Conclusion

I would just like to say that I have written this for you from my heart and have translated this Naat from Urdu to Hindi, so if there is any mistake, please suggest it to me in the comments so that I can change it.

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